Daily current affairs 23 January 2019 in hindi
Daily current affairs 23 January 2019 in hindi
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
- यह राष्ट्रीय पुरुस्कार नवाचार, शैक्षिक, खेल, कला और संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी श्रेणी में दिया जाता है|
- इस राष्ट्रीय बाल पुरस्कार को पहले बाल शक्ति पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है|
- दो व्यक्तियों और तीन संस्थानों को भी राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार दिया गया|
- इस पुरुस्कार के चयन हेतु महिला बाल कल्याण मंत्री मेनका संजय गांधी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय चयन समिति का गठन किया गया था|
- यह पुरुस्कार महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा द्वारा प्रदान किया जाता है|
- यह पुरुस्कार दो श्रेणियों में दिया जाता है|
- बाल शक्ति पुरस्कार( पुराना नाम -राष्ट्रीय बाल पुरस्कार),
- बाल कल्याण पुरस्कार(पुराना नाम -राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार)
- बाल शक्ति पुरस्कार – यह पुरुस्कार नवाचार समाज सेवा, शैक्षिक, खेल, कला और संस्कृति तथा वीरता श्रेणियों में दिया जाता है| इस पुरुस्कार के तहत एक मेडल, एक लाख रूपये का नकद ईनाम और 10,000 रूपये मूल्य का पुस्तक बाउचर तथा प्रमाण-पत्र दिया जाता है|
- व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत एक लाख रूपये का नकद पुरस्कार, एक मेडल और एक प्रमाण-पत्र दिया जाता है|
- संस्थागत पुरस्कार में पांच लाख रूपये प्रत्येक का नकद पुरस्कार, एक मेडल और एक प्रमाण-पत्र दिया जाता है|
भारतीय वैज्ञानिक सीएनआर राव प्रथम शेख सौद पुरस्कार से किया जायेगा सम्मानित
- भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध वैज्ञानिक सीएनआर राव को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रथम शेख सौद अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा| यह उन्हें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की संस्था सेंटर फॉर एडवांस मैटेरियल द्वारा प्रदान किया जायेगा|उन्हें यह पुरस्कार मैटेरियल रिसर्च के लिए प्रदान किया जायेगा|
- उन्हें इस पुरुस्कार के अंतर्गत एक प्रशस्ति पत्र, मेडल और एक लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 71 लाख रुपये) राशि प्रदान की जाएगी|
- उन्हें यह पुरुस्कार 25 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के रास अल खैमा में एडवांस मैटेरियल्स पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में वहाँ के शासक शेख सौद द्वारा प्रदान किया जायेगा|
- चिंतामणी नागेश रामचंद्र राव (सीएनआर राव) का जन्म 30 जून 1934 को हुआ था|
- वह एक भारतीय वैज्ञानिक तथा शोधकर्ता हैं जो मुख्य रूप से ठोस एवं स्ट्रक्चरल केमिस्ट्री पर आधारित विषयों पर कार्य करते है|
- उन्होंने 1600 से अधिक शोध पत्रों को प्रस्तुत किया है तथा 50 पुस्तकों को भी लिखा है|
- उन्हें वर्ष 1989 में लन्दन में सोसाइटी ऑफ़ केमिस्ट्री ने मानद फ़ेलोशिप की उपाधि प्रदान की|
- उन्हें वर्ष 2005 में शेवालिएर डी ला लीजन डी’हॉनर की उपाधि से सम्मानित किया था|
- उन्हें वर्ष 1974 में भारत सरकार ने पद्म श्री, वर्ष 1985 में पद्म विभूषण, वर्ष 2001 में कर्नाटक रत्न तथा वर्ष 2014 में उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया था|
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस संग्रहालय का अनावरण
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 122वीं जयंती के मौके पर 23 जनवरी 2019 को देश प्रधानमंत्री ने देश की राजधानी दिल्ली में लालकिले में सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय का का अनावरण किया|
- इस संग्रहालय में सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज से जुड़ीं चीजों का प्रदर्शन किया जायेगा|
- इस अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद-ए-जलियां संग्रहालय (जलियांवाला बाग और प्रथम विश्वयुद्ध पर संग्रहालय) और 1857 (प्रथम स्वतंत्रता संग्राम) पर संग्रहालय और भारतीय कला पर दृश्यकला संग्रहालय का अनावरण किया|
- इस संग्रहालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा इस्तेमाल की गई लकड़ी की कुर्सी और तलवार आकर्षण का केंद्र है|
- इसके अलावा इस संग्रहालय में भारतीय हिन्द फ़ौज आईएनए से संबंधित पदक, बैज, वर्दी और अन्य वस्तुएं का प्रदर्शन किया गया है|
- इस संग्रहालय को लाल किले में बनाने का कारण आज़ाद हिन्द फ़ौज (आईएनए) के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया था उस मुक़दमे की सुनवाई लालकिले में ही हुई थी|
इंदु शेखर झा की केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीईआरसी) के सदस्य रूप में नियुक्ति
- 21 जनवरी 2019 को केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीईआरसी) का सदस्य नियुक्त किया गया है|
- केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह ने उन्हें इस पद की शपथ दिलाई|
- इंदु शेखर झा को 04 जनवरी 2019 के आदेश द्वारा केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) का सदस्य नियुक्त किया गया था|
- वह वर्ष 2015 से पॉवरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक का पद भार वहन कर रही थी|
भारतीय नौसेना ने किया अभी तक का सबसे बड़ा तटीय रक्षा अभ्यास
- भारतीय नौसेना ने 22 जनवरी 2019 को सबसे बड़े तटीय रक्षा अभ्यास आरम्भ किया यह युद्धाभ्यास “26/11” हमले के दस साल पुरे होने पर किया गया था|
- इस अभ्यास का नाम कोडनेम ‘सी विजिल 2019’ दिया गया|
- यह युद्धाभ्यास दो दिवसीय रक्षा है|
- इस युद्धाभ्यास में मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वाले समुदाय ने भी भाग लिया है|
- अभ्यास में रक्षा मंत्रालय के अलावा, गृह मंत्रालय, पेट्रोलियन और प्राकृतिक गैस, मत्स्य पालन, कस्टम के अलावा राज्य सरकारें भी शामिल है|
- इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य इस बात की जाँच करना है कि 26/11 के बाद तटों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम आखिर कितने कारगर साबित हुए हैं| सी विजिल के साथ ऑपरेशनल, टेक्निकल और प्रशासनिक ऑडिट भी किया जाएगा, जो हमारी ताकत और कमजोरी के बारे में सही जानकारी देगा|
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