शायरा फहमीदा रियाज का निधन
पाकिस्तान की मशहूर शायरा और मानवाधिकार कार्यकर्ता फहमीदा रियाज का 22 नवंबर 2018 को लंबी बीमारी के बाद 73 साल की उम्र में यहां निधन हो गया।रियाज का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था।
परिवार का माहौल साहित्यिक था, जिसका उन पर काफी असर पड़ा। पिता रियाजउद्दीन मशहूर शिक्षाशास्त्री थे, जिनका तबादला सिंध प्रांत में होने के बाद परिवार हैदराबाद (पाकिस्तान) जा बसा।उन्होंने ‘आवाज’ नाम से एक उर्दू पत्रिका का प्रकाशन किया|
प्रमुख्य बातें-
- 1945 में 28 जुलाई को मेरठ, उत्तर प्रदेश में जन्म
- 2018 में 22 नवंबर को लाहौर, पाकिस्तान में निधन
- 1967 में पहला कविता संग्रह ‘पत्थर की जबान’छपा, जब 22 साल की थीं
- 15 साल की उम्र में पहली कविता ‘फुनून’ पत्रिका में छपी थी
- 1973 में ‘बदन दरीदा’ कविता छपी, जिस पर अश्लीलता का आरोप लगा
- 1980 के दशक में जनरल जिया उल हक के शासन के वक्त सात साल तक भारत में निर्वासित रहीं|
- 2010 में 23 मार्च को पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने सितारा-ए-इम्तियाज सम्मान प्रदान किया|
- 2017 में हिम्मत हेलमन अवार्ड ह्यूमन राइट्स वाच की ओर प्रदान किया गया
प्रमुख कृतियां:
- कविता संग्रह : धूप, पूरा चांद, आदमी की जिंदगी
- उपन्यास : जिंदा बहार, गोदावरी, कराची
Download Pdf
Join Our whatsapp group and download our app for daily notification and updates
>